सोमवार, 11 जुलाई 2016

जानिए जाकिर खल’नाइक’ क्यूं है?



दिग्विजय सिंह की अपनी राजनीति है उन्हें घूम फिर कर हिंदू आतंकवाद पर किसी भी मुद्दे को लाना हैं दूसरे कई बयानों की तरह उनकी अपनी पार्टी इस मुद्दे पर भी उनके साथ नहीं खड़ी होगी। सवाल ये उठते है कि फिर कांग्रेस के कुछ अघोषित कार्यकर्ता किस आधार पर जाकिर नाईक का समर्थन करते दिखाई पढ़ रहे हैं। तमाम तर्कों और कुतर्कों के बीच ये तो जान लीजिए कि ये शांतिदूत आखिर अपने कथित प्रवचनों में कहता क्या है? जो भी जाकिर नाईक के समर्थन में बोल रहा है समझ लीजिए वो उसके इन जहरीले बयानों का भी समर्थन कर रहा है। 
सभी मुसलमान पैदा होते हैं उनके मां बाप उन्हें बिगाड़ कर दूसरे धर्म का बना देते हैं
.....जाकिर नाईक
जिन्हें सिर्फ इन बयानों की वजह से जाकिर नाईक में कोई बुराई नहीं लगती उन्हें विस्तार से ये भी समझना चाहिए कि कट्टरपंथी भाषणों की वजह से ब्रिटेन, कनाडा और मलेशिया समेत कई देशों ने अपने देश में घुसने से भी क्यूं रोका है? इस बीच सवाल ये भी उठता है कि बांग्लादेश ने आतंकी हमले के बाद पीस टीवी को बैन किया। भारत सरकार यू ट्यूब पर भी इस शख्स के जहर को बैन करवाने की कोशिश कर रही है लेकिन ये सब पहले क्यूं नही हुआ? बड़ी बात ये भी कि ये अकेला ऐसा नहीं जो ये सब कर रहा हो ऐसे कई और लोग भी जहर फैलाने का काम कर रहे हैं उन पर बैन के लिए भी किसी अन्य हमले का इंतजार किया जा रहा है क्या?

ये कथित विद्वान स्पष्ट तौर पर कहता है कि "सभी मुस्लिमों को आतंकवादी होना चाहिए"। नाइक के इन बयानों पर भी गौर करिए...

1. नाइक का कहना है कि इस्लाम अन्य धर्मों के लिए बेहतर है। गैर-मुसलमानों को किसी इस्लामी देश में धार्मिक पूजा स्थल बनाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
2. मुसलमानों को महिला गुलामों के साथ शारीरिक संबंध बनाने की खुली इजाजत है।
3. सानिया मिर्जा को शालीन कपड़ों में टेनिस खेलना चाहिए। कोई भी भारतीय राजनेता भले ही वह एक अंतरराष्ट्रीय खेल हो जाता है बीच वॉलीबॉल खेलने के लिए अपनी बेटी को भेजने के लिए चाहते हैं।
4. लड़कियों के स्कूलों  जाने पर रोक लगानी चाहिए जहां स्कूल से पास आउट होते होते वो अपना कौमार्य खो देती हैं। स्कूलों को बंद किया जाना चाहिए।  महिलाओं के सोने के गहने पहनने पर भी पाबंदी लगाई जानी चाहिए।
5. पश्चिम के लोग महिलाओं की मुक्ति के नाम पर अपनी बेटियों और माताओं को बेच रहे हैं।
6. पत्नी को पीटना मुस्लिम दुनिया में बुरी बात नहीं है। नाइक का कहना है कि सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल एक इंसान की हत्या करने जैसा है।
7. शादी के बाद महिला के किसी और से यौन संबंध रखने के पर उसे पत्थरों से मार मार कर मौत के घाट उतार देना शरीयत कानून के अनुसार स्वीकार्य है।
8. नाइक का कहना है कि कुरान और सुन्नत की शिक्षाओं के मुताबिक समलैंगिकों को मार डाला जाना चाहिए।
9. मौलवियों द्वारा कहे जाने पर फिदायीन बन जाना बुरी बात नहीं है। उन्होंने ओसामा बिन लादेन की निंदा करने से ये कहते हुए मना कर दिया कि 9/11 अमेरिका के द्वारा ही रची हुई साजिश है।
10 इस कथित इस्लामी विद्वान का कहना है कि मुस्लिमो को अल्लाह के अलावा किसी की मदद नहीं लेना चाहिए यहां तक की पैगंबर से भी मदद नहीं लेनी चाहिए। इस्लामिक स्टेट ने इसी कथन का इस्तेमाल कर सूफियों, शियाओं और अहमदियों के खिलाफ हिंसा को जायज ठहराया था।

ये मसला सिर्फ इस्लाम के एक कथित प्रचारक तक सीमित नहीं है दरअसल ये इस्लाम के दुष्प्रचार का मामला है। यही वजह है कि इस्लाम के कई जानकार भी इस शख्स के विरोध में उतर आए हैं। मेरा सवाल अब भी बरकरार है जब इसकी बातों से इस्लाम के जानकार भी इत्तेफाक नहीं रखते तो युवा उनसे ज्यादा इसकी क्यूं सुनते हैं?



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